Succession Certificate Immovable Property in Hindi
दोस्तो आज हम वात करेंगे उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र यानी Succession Certificate Immovable Property in Hindi की आज हम जानेगे की,
What is Succession Certificate in Hindi
- वैक मे जमा पैसा
- फिक्स डिपोजिट
- म्यूचल फण्ड
- शेयर
- डिवेंचरस
और कई प्रकार के निवेश के रूप मे हो सकती है। असल मे उत्तराधिकार प्रमाण-प़त्र यह वताता है कि जिस व्यक्ति की मृत्यू हुई है।
आप उसके वास्तविक उत्तराधिकारी है। और उनके मरने के वाद उनकी सम्पत्ति पर आप मालिकाना हक रखते है।
Succession Certificate Full Process in Hindi
- मृतक की मृत्यु का समयय
- मृत्यु के समय मृतक की संपत्तियों का निवास या विवरणए जिसके भीतर न्याय क्षेत्राधिकार हैय
- परिवार या अन्य रिश्तेदारों के पास का विवरणय
- मृतक की संपत्ति पर याचिकाकर्ता के अधिकारय
- एक प्रमाण पत्र के अनुदान के लिए किसी भी बाधा की अनुपस्थितिय
- सर्टिफिकेट का अनुदान
प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए मृतक के कानूनी उत्तराधिकारियों को संपत्ति या उचित अधिकार क्षेत्र के जिला या उच्च न्यायालय में संपत्ति के लिए अपना दावा याचिका दायर करनी चाहिए।
- याचिकाकर्ता का नामय
- निवास की जगहय तथा
- याचिकाकर्ताओं का कब्जा
Succession Certificate Document Required in Hindi
उत्तराधिकार प्रमाण.पत्र को वनवाने के लिए Documents मे आपको मरने वाले का मृत्यू प्रमाण.पत्र और डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के यहॉ से वना हुआ एक नौरमल उत्तराधिकार प्रमाण.पत्र दाखिल करना होता है।
यह प्रमाण पत्र सिर्फ 5000 रू तक की वैल्यू Value तक की सम्पत्ति के लिए ही वैलिड Valid होता है इससे अधिक राशी के लिए आप को सिविल कोर्ट Civil Court से प्रमाण पत्र वनवाना होता है।
इसके साथ जिस व्यक्ति के द्वारा उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र Succession Certificate Immovable Property in Hindi वनवाया जा रहा है उस व्यक्ति का आधार कार्ड भी आप को दाखिल करना होता है ।
- मृत्यू प्रमाण-पत्र
- डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट द्वारा जारी किया गया Certificate
- आधार कार्ड
तो दोस्तो उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र वनवाने के लिए जिस व्यक्ति की मत्यु हुई है वो जहॉ सामान्यतः निवास करता था या जहॉ वह सम्पत्ति है।
जिसके सम्बन्ध मे आप उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र वनवाना चाहते है।
वहॉ के सिविल कोर्ट मे उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र Succession Certificate Immovable Property in Hindi वनवाने के लिए सवसे पहले एक एपलीकेशन फाइल की जाती है।
इस एपलीकेशन मे मरने वाले का नाम पता मरने वाले से आप का सम्बन्ध मृत्यु का समय दिनांक मृत्यु का स्थान,
और जो व्यक्ति उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र वनवाना चाहता है। उसका नाम व पूरा पता सारे विवरण आप को अपनी एपलीकेशन मे देना होता है।
इसके साथ ही आप को उन सभी सम्पत्तियो का पूरा विवरण अपनी ऐपलीकेशन मे देना होता है जिनके सम्वन्ध मे आप उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र वनवाना चाहते है।
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इसी के साथ-साथ एपलीकेशन मे मरने वाने व्यक्ति के सभी उत्तराधिकारियो का नाम पता व आदि विवरण भी आप को अपनी एपलीकेशन मे देना होता है ।
जव इस प्रकार एपलीकेशन कोर्ट को प्राप्त हो जाती है तो कोर्ट मरने वाले के सभी उत्तराधिकारियो को नोटिस भेजता है और इसी के साथ गजट कराता है।
यानी कार्ट समाचार पत्र मे इस वात का विज्ञापन देता है कि मिस्टर A की सम्पत्ति के सम्वन्ध मे मिस्टर B के द्वारा कोर्ट मे उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र वनवाने के लिए एपलीकेशन फाइल की गई है।
अगर इस तरह गजट कराने के 45 दिन के वाद भी यदि कोर्ट को कोई आपत्ति प्राप्त नही होती है।
तो कोर्ट इस प्रकार आवश्यक जॉच करने के वाद और आवश्यक कोर्ट फीस लेने के वाद उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र जारी कर देता है।
Court Fees For Succession Certificate
उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र Succession Certificate Immovable Property in Hindi के सम्बन्ध मे जो कोर्ट फीस कोर्ट मे जमा करानी होती है।
वह मरने वाले की सम्पत्ति के आधार पर कोर्ट द्वारा जमा कराई जाती है।
जैसे मान लीजिए की मरने वाले की जिन सम्पत्तियो के सम्बन्ध मे आप उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र वनवाना चाहते है उसकी वैल्यू 10 लाख रुपये है।
तो कोर्ट मे जो कोर्ट फीस जमा करानी होगी वह कोर्ट फीस एक्ट के आधार पर 10 लाख रुपये पर देनी होगी यदि वैल्यू इससे कुछ कम है।
अव यहॉ वात आती है कि क्या कोर्ट जारी किये हुए प्रमाण पत्र को निरस्त यानी रद्द भी कर सकती है यदि किसी स्थति मे कोर्ट को यह मालूम हो जाता है।
कि उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र कोर्ट मे गलत दस्तावेज पेश कर कर या गलत साक्ष्य प्रस्तुत करके प्राप्त कर लिया गया है।
तो कोर्ट इस प्रकार जारी किये गये प्रमाण पत्र को निरस्त भी कर सकती है।
अव एक वात और आती है मान लीजिए की किसी व्यक्ति द्वारा कोर्ट मे पेश की गई के विरूध कोई आपत्ति आ जाती है तव कोर्ट क्या करता है।
तो जव इस तरह एपलीकेशन के खिलाफ कोर्ट मे कोई आपत्ति आ जाती है।
तो कोर्ट ऐसी एपलीकेशन को प्रोपर मुकदमे की तरह सुनना शुरू कर देती है दोनो पक्षो की गवाही कराती है।
और फिर सारी वातो पर विस्तार से विचार करने के वाद जो उसका वास्तविक हकदार होता है उसके पक्ष मे उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र Succession Certificate जारी कर देती है।
यदि काई आपत्ति प्रस्तुत न की जाए तो इस प्रकार कार्ट से लगभग 6 से 7 महीने मे प्रमाण प़त्र जारी हो जाता है और यदि आपत्ति आ जाती है तो इसमे 1 से 2 साल का समय भी लग जाता है।
तो दोस्तो मुझे लगता है कि आप उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र Succession Certificate Immovable Property in Hindi का सारा प्रोंशेश समझ गये होगे। धन्यवाद।
1 Comments:
Click here for Commentsसर अगर कोई अन्य उत्तराधिकारी विदेश मे हो और उसे कोई आपत्ति नहीं हो की उसके भाई या बहन को उसके माता पिता की सम्पत्ति मिले और वे उत्तराधिकारी भारत आकर अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दे सकते है तो ऐसी स्थिति मे उत्तरधिकारी प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त करे
Thank you !
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